गौ महासभा की वेबसाइट gaumahasabha.com का लोकार्पण हुआ

 गौवंश की हत्याओं के महापाप से भारत को मुक्त करने के लिए दिल्ली में गौ महासभा ने निकाली पद यात्रा 

गौ महासभा की चिंतन बैठक में संतों ने किया 

वेबसाइट gaumahasabha.com का लोकार्पण 

गौ महासभा के पदाधिकारी पद यात्रा करते हुए 

नई दिल्ली | 24 अक्टूवर | गौ महासभा के तत्वाधान में गौवंश की हत्याओं के महापाप से भारत को मुक्त करने के लिए दिल्ली में गौ भक्तों की बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें  गीता मनीषी स्वामी हंसदेव जी महाराज की अध्यक्षता में गौ महासभा ने संसद भवन चौक पर स्थायी गौभक्त बलिदानी स्मारक के निर्माण के साथ अनेक गौरक्षा से जुड़े विषयों पर गहन चिंतन किया गया | 

   गौ महासभा के सभापति स्वामी त्रिभुवन दास जी महाराज, चेयरमैन पं आचार्य अजय गौतम, अध्यक्ष आचार्य मदन जी, महामन्त्री श्री कौशलेन्द्र वर्मा, कोषाध्यक्ष व प्रवक्ता  वीर रामनाथ लूथरा, मंत्री विनोद गोयल सहित  विभिन्न राज्यों से गौ महासभा से जुड़े संगठन भारतीय सर्वदलीय गो रक्षा महा अभियान समिति, हिन्दू सेना, गौवंश गऊशाला सेवा संघ हरियाणा के पदाधिकारी इस बैठक में सम्मलित हुए | 


श्री जय प्रकाश गुर्जर, गुरु माँ साध्वी राजेश्वरी देवा जी, स्वामी त्रिभुवन दास जी महराज, स्वामी हंसदेव जी महाराज, आचार्य मदन जी, स्वामी मंगल दास जी महाराज, पं आचार्य अजय गौतम 

   इस अवसर पर गुरु माँ साध्वी राजेश्वरी देवा जी, स्वामी त्रिभुवन दास, स्वामी हंसदेव जी महाराज, स्वामी मंगल दास जी महाराज आदि उपस्थित संतों के आशीर्वाद से गौ महासभा की वेबसाइट gaumahasabha.com का विधिवत् वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ लोकार्पण किया गया . 

वेबसाइट का विधिवत् शुभारम्भ करते हुए 
    बैठक से पूर्व सभी गौ भक्तों ने गौरक्षा के लिए एक केन्द्रीय क़ानून बनाने की मांग को लेकर ज्वाला नगर, शाहदरा में एक पद यात्रा की, जिसका पूर्व निगम पार्षद व  समाज सेवी भाजपा नेता पंकज लूथरा ने स्वागत किया | पद यात्रा के पश्चात् स्वामी अमर आश्रम गौशाला में गौ पूजन किया | इसके उपरान्त सेवा समिति के सभागार में 'गौवंश की रक्षा हेतु 'एक केन्द्रीय क़ानून व गौ भक्त बलिदानी स्मारक' को लेकर विचार विमर्श हुआ | 

 

स्वामी त्रिभुवन दास जी जी गौ भक्तों के साथ 

गौ महासभा के मार्गदर्शक मंडल के सभापति  स्वामी त्रिभुवन दास ने कहा, "सन 66 के बलिदानी सभी गौभक्तों को स्मरण करते हुए कहा कि जब तक गौवंश की हत्याओं को रोकने के लिए संसद भवन में बिल पास नहीं होता है, तब तक प्रत्येक हिन्दुओं को गौहत्या का महापाप लगता रहेगा| सनातन धर्मी हिन्दुओं के अतिरिक्त गौरक्षा के लिए कोई भी आवाज उठाने वाला नही है"|

   

सर्व दलीय गौ रक्षा अभियान समिति के राष्ट्रीय महामंत्री जय प्रकाश गुर्जर जी 

बैठक में भारतीय सर्वदलीय गो रक्षा महा अभियान समिति के राष्ट्रीय महामन्त्री जय प्रकाश गुर्जर को  विशेष रूप से सम्मानित किया गया | श्री जय प्रकाश गुर्जर ने बताया कि उनका संगठन गौ रक्षा के कार्य में हमेशा आगे रहा है, गौ महासभा द्वारा प्रस्तावित 'गौभक्त बलिदानी समारक' का वे पूर्ण समर्थन करते हैं और इस वर्ष 7 नवम्बर को संसद भवन चौक स्थित 'श्रद्धांजली स्थल' पर भारी संख्या में गौभक्त उपस्थित रहेंगे | 

गौ महासभा के चेयरमैन पं अजय गौतम जी 

गौ महासभा के चेयरमैन
पं अजय गौतम ने कहा, "गौवंश के लिए अभ्यारण्य की आवश्यकता है, इसके लिए देश भर में गोचर भूमि की पहचान का कार्य प्रगति पर है | गोचर भूमि को अतिक्रमण से हटाना और उसके गोवंश की सेवा से अतिरिक्त किसी अन्य निजी उपयोग के विरुद्ध गौ महासभा सक्रिय रहेगी | दिल्ली में भी राजस्व विभाग से संपर्क किया जा रहा है, जिससे आवारा व लावारिस गौवंश को उचित संरक्षण दिया जा सके"|
विशेष अतिथि के रुप में डॉ तरुण कोठारी जी ने अपने वक्तव्य में कहा, "कोरोना वैक्सीन की जो दवाई तैयार की गई है उसमें गाय के रक्त को भी मिलाया गया है यह सनातन धर्म हिंदुओं के लिए बहुत शर्मनाक है इसका विरोध करना चाहिए"।

इसके बाद उन्होंने देश के विभिन्न राज्यों से आए गौ भक्तों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, बिहार, झारखंड, महाराष्ट्र, हिमाचल, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश के गौभक्त, गौसेवक अपनी अनमोल उपस्थिति दर्ज कराई और हमारा उत्साह वर्धन किया हम इसके लिए संपूर्ण राष्ट्र से पधारे गौ प्रेमी भाई बहन को गौ महासभा परिवार और गौमाता  कि ओर से ढेर सारा साधुवाद प्रेषित करता हूं।

   


गौ महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष आचार्य मदन जी 

    राष्ट्रीय अध्यक्ष
आचार्य मदन ने 6 मार्च 2022 के सम्मेलन से लेकर अब तक किये गए गौ महासभा के कार्यों से सबको अवगत कराया | उन्होंने कहा ," गौ महासभा ने महरौली स्थित कुतुबमीनार यानि मिहिर विष्णु मंदिर परिसर में कामधेनु गौ और भगवान गणेश की प्रतिमाओं के पूजन, श्रृंगार, भोग व आरती आदि धार्मिक कर्मकाण्ड को करने की अनुमति सम्बंधित विभाग से कर दी है | आगे उन्होंने कहा कि इसके साथ गौ महासभा के 'गौभक्त बलिदानी स्मारक' के स्थायी निर्माण के समर्थन में 7 नवम्बर को अधिक से अधिक संख्या में गौभक्तों श्रद्धांजलि देने पहुचें, इसके लिए हम सनातन धर्म, आर्यसमाज, सिख समाज, जैन समाज आदि सभी हिन्दू संगठनों व संस्थाओं को जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं"| 

 

गुरु माँ साध्वी राजेश्वरी देवा जी 

श्री सिद्ध बाबा बालकनाथ मंदिर, छत्तरपुर
से गुरु माँ साध्वी राजेश्वरी देवा जी ने कहा, "कुछ राज्यों में गौवध निषेध क़ानून होने के बाद भी गौवंश की तस्करी और गौवंश के प्रति बढ़ते अपराध से पता चलता है कि कानून ढीला है , इसलिए गौवंश की हत्याओं को रोकने के लिए कठोर से कठोर  कानून बनाने की आवश्कता है"|

   गौवंश गऊशाळा सेवा संघ हरियाणा के प्रधान श्री जगदीश मलिक ने कहा कि गाय परम्परा से भारतीय संस्कृति का अभिन्न हिस्सा रहा है और उसे माता का दर्जा प्राप्त है, किन्तु धीरे-धीरे गौसेवा के प्रति लोगों में रूचि घट रही है, इसलिए  हिन्दुओं को गौ सेवा के प्रति प्रशिक्षित करने गौ रक्षा के प्रति जागरूक अभियान चलाने की आवश्कता है |

गौ महासभा के राष्ट्रीय महामन्त्री श्री कौशलेन्द्र वर्मा 

राष्ट्रीय महामंत्री
  श्री कौशलेन्द्र वर्मा ने कहा कि , "किसी को नहीं पता होता गाय पकड़े जाने के बाद कहां जाती हैं | दूध न देने वाली गायों का परित्याग समाज को बड़े पैमाने पर प्रभावित कर सकता है, इसलिए बीमार, व लावारिस गौवंश के भरण पोषण के लिए बड़े पैमाने पर गौशालाओं के निर्माण व सञ्चालन की आवश्यकता है, गौ महासभा इस विषय पर गंभीरता से कार्य कर रही है "|

गौ महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता वीर रामनाथ लूथरा 

राष्ट्रीय प्रवक्ता 
वीर रामनाथ लूथरा ने बताया कि पं अजय गौतम जी नेतृत्व में हम गौवंश की रक्षा के लिए कानूनी लड़ाई अवश्य जीतेंगे |

 बैठक में हिमाचल प्रदेश के सुरेन्द्र राणा, उत्तराखण्ड से  डॉ ललित पन्त,  श्री दुष्यंत बालियान, वृन्द्वन से दीपक केसरी, राजस्थान से आचार्य प्रणव, महेंद्र त्यागी जी, राजघाट गौशाला से स्वामी मंगल दास जी महाराज आदि ने अपने विचार रखे| 

   इस कार्यक्रम में गौ महासभा ने गौभक्त बलिदानी स्मारक को समर्पित एक घड़ी को सभी अतिथि व गौभक्तों को भेंट किया |आयोजन में सभी सदस्यों को सम्मान स्वरूप एक घड़ी,गौ कलेन्डर, एक ट्रैवलिंग बैग,गौअंक ग्रंथ करीब 150 सदस्यों को सभी वस्तु भेट की साथ ही गौली लगी जिन गौभक्तों को उन्हें 51,सौ रू..सहयोग राशी के रूप में दिया 

सभी संतो को दक्षिणा के साथ विदा किया