4 जून 2022। आप सभी सनातन धर्मावलम्बी जानते ही है कि स्वामीजी ज्ञानवापी से प्रगट शिवलिंग के पूजन हेतु कल यानी शनिवार 4-6-2022 को जानेवाले थे। प्रशासन ने उन्हें श्रीविद्या मठ में ही हाउस अरेस्ट कर लिया। चारो और से पुलिस कर्मी एवं प्रशासनिक अधिकारियो से मठ घिर गया।
उन्हें जाने नही दिया गया। फिर भी उन्हें अवगत नही कराया गया कि आप नज़रबंद है। इस पर भी स्वामीजी ज्येष्ठ की कड़ी धूप में नंगे पाँव मठ से बाहर निकल गए, और जब रोके गए तब स्वामिश्री ने नजरबन्दी का फरमान (आदेश) दिखाने को कहा, तब उन्हें बताया गया कि कोई नजरबन्दी नही है। पर उन्हें जाने नही दिया गया।
पूजन के लिए निकले स्वामिश्री ने कहा जब पूजन के लिए निकल गए, तो बिना पूजन अभिषेक किए अन्न जल ग्रहण नहीं करेंगे। अन्न जल ग्रहण किए बिना एक संन्यासी अपने ही मठ के द्वार पर बैठ गए है, बस एक ही गुहार लगाए कि *ज्ञानवापी के प्रगट शिव लिंग के दर्शन, अभिषेक, पूजन हो।
मठ पर तैनात कई थानों की पुलिस फोर्स
दरअसल, ज्ञानवापी मस्जिद विवाद का मामला कोर्ट में विचाराधीन है। ऐसे में फैसला आने तक प्रतिबंधित स्थल पर किसी के भी आने-जाने पर पूरी तरह से रोक है। यही कारण है कि वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस ने सख्त रुख अख्तियार कर रखा है ज्योतिष और द्वारका शारदा पीठ के शंकराचार्य जगतगुरु स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के शिष्य प्रतिनिधि स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के सोनारपुरा स्थित मठ को छावनी में तब्दील कर दिया है।कई थानों की फोर्स मठ पर तैनात कर दी गई है।